जब नन्हे मुन्ने हुआ करते थे हम, जब बहुत शरारत किया करते थे हम! जब नन्हे मुन्ने हुआ करते थे हम, जब बहुत शरारत किया करते थे हम!
एक बार प्यार से कह दे मैं तेरा इंतजार पूरा करूंगा। एक बार प्यार से कह दे मैं तेरा इंतजार पूरा करूंगा।
लौट आओ लौट आओ
घर का भेदी लंका ढाये घर का भेदी लंका ढाये
मेरी बातों से कभी तुम मुस्कराते तो कभी, कान पकड़ पहले की तरह समझाओ तुम। मेरी बातों से कभी तुम मुस्कराते तो कभी, कान पकड़ पहले की तरह समझाओ तुम।
वो लौट के आता है अपने संस्कारों से वो लौट के आता है अपने संस्कारों से